हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की एक रिपोर्ट के अनुसार, जनाज़े की नमाज़ और निकाह पढ़ने की उजरत लेने के संबंध में आयतुल्लाहिल उज़्मा सिस्तानी ने वाल का जवाब दिया है, जिसे शरिया कानून में रुचि रखने वाले पाठकों के लिए प्रस्तुत किया जा रहा है।
* जनाज़े की नमाज़ और निकाह पढ़ने की उजरत लेना
प्रश्न: क्या जनाज़े की नमाज़ और निकाह पढ़ने की उजरत जायज़ है?
जवाब: निकाह पढ़ने की उजरत लेने में कोई हरज नहीं है और एहतियात वाजिब की बिना पर जनाज़े की नमाज़ की उतरत लेना जायज़ नहीं है।
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